बुधवार, 26 मई 2021

अध्याय 5, कीर्तन महिमा,

हे नारद मुनि! आपका ज्ञान अगाध है।आप साक्षात ब्रह्मा जी के मानस पुत्र है।आप ही मेरी खिन्नता का कारण बताइए। आप समस्त गोपनीय रहस्यों को जानते ...1/5/5


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अध्याय 7, अश्वत्थामा,अर्जुन.

अर्जुन ने कहा श्री कृष्ण! तुम सच्चिदानंद स्वरूप परमात्मा हो। तुम्हारी शक्ति अनंत है। तुम ही भक्तों को अभय देने वाले हो। जो संसार की धधकती हु...